नवरात्रि 2017: व्रत में भूलकर भी न करें ये कम






नवरात्रि का नौ दिन अध्यात्मिक शक्ति को बढ़ाने का सबसे उत्तम समय होता है। इसलिए नवरात्रि में पूरे नौ दिन पालन करने के लिए कुछ ऐसे नियन हैं जिसे व्रत करने वाले को खासकर करना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर व्रत का कोई शुभ फल प्राप्त नहीं होता है।



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नवरात्रि का पर्व शुद्धता और पवित्रता से जुड़ा पर्व है। इसलिए शुद्धता, पवित्रता और सात्विकता को ध्यान में रखकर व्रत करने से व्रत और पूजा-पाठ का शुभ फल मिलता है। नवरात्रि में जो भी व्रत रखते हैं उन्हें पूरे नौ दिनों तक कपड़े धोने, शेविंग करने, बाल कटाने और पलंग या खाट पर सोने से बचना चाहिए।

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मारकंडेय पुराण के अनुसार नवरात्रि में व्रत के समय बार-बार पानी नहीं पीना चाहिए। साथ ही नवरात्रि में व्रत के दौरान दिन में सोने से, तम्बाकू चबाने से और चबाने और स्त्री के साथ संबंध बनाने से भी व्रत खंडित हो जाता है। यहां तक कि नवरात्रि में पति-पत्नी को साथ सोने से भी बचना चाहिए।

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दस दिनों तक होनी है पूजा – जानिए सम्पूर्ण जनकारी 


21 सितंबर, 2017 – इस दिन घटस्थापना और नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जायेगी।

22 सितंबर, 2017 – नवरात्र के दूसरे दिन चंद्र दर्शन व देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा की जायेगी।

23 सितंबर, 2017 – नवरात्र के तीसरे दिन देवी दुर्गा के चन्द्रघंटा रूप की आराधना की जायेगी।

24 सितंबर, 2017 – नवरात्र पर्व के चौथे दिन मां भगवती के देवी कूष्मांडा स्वरूप की उपासना की जायेगी।

25 सितंबर, 2017 – नवरात्र के पांचवे दिन भगवान कार्तिकेय की माता स्कंदमाता की पूजा की जायेगी।

26 सितंबर, 2017 – आश्विन नवरात्र के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा जायेगी।

27 सितंबर, 2017– नवरात्र के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा का विधान है।

28 सितंबर, 2017 – नवरात्र के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। इस दिन कई लोग कन्या पूजन भी करते हैं।

29 सितंबर, 2017 – नौवें दिन भगवती के देवी सिद्धिदात्री स्वरूप का पूजन किया जाता है।

सिद्धिदात्री की पूजा से नवरात्र में नवदुर्गा पूजा का अनुष्ठान पूर्ण हो जायेगा।

30 सितंबर 2017 – दशमी तिथि, दशहरा

 




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