दयालु श्याम सुनिए विनती हमारी (dayalu Shyam suniye vinti hamari bhajan in mp3)
शरण मै आयो हु नाथ तुम्हारी ||टेर ||
काम क्रोध लोभ मोह मद ने सताया मुझे
होय के दुखित आया करने पुकार तुझे
तुम न सुनोगे तब कोने सुनेगा मेरी
करोगे अब देर तब ज्यादा दुःख देगे बेरी
तोये कौन कहे दुःख तरी ओ दयालु श्याम ||1||
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गिनती नहीं है पापी कितने उधारे तुमने
गिन गिन हारा कभी पार न पाया मैंने
कोई न वसीला एक तू ही है वसीला मेरा
दास रतन ये आया है तुम्ही से कहने
चरण कमल राज देनी ही पड़ेगी प्रभु
दास दसन जो आया है तुम्ही से लेने
बक्शोनी श्याम मुरारी ओ दयालु श्याम ||2||
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आगे आगे दौड़ दौड़ दुखियो के दुख तारे
मेरी बैर कित गए गैयो के चराने वाले
पतितो को तार तार थके हो बांसुरिया वाले
इससे मुझे भूल गए काली ही कम्बलिया वाले
अब किसे मै करू पुकारी हो दयालु श्याम ||3||
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मालुम हुआ है तुम रिश्वत हो खोर पक्के
मेरे पास रिश्वत नहीं जिससे देते हो धक्के
रिश्वत तो लाऊ पर पास नहीं प्रेम टक्के
बिना प्रेम न महर तुम्हारी ओ दयालु श्याम ||4||
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राम से बड़ा राम का नाम
पायो जी मैंने राम रतन धन
मैं नही माखन खा
आओ आओ यशोदा के लाल
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