मोहे सब घट श्याम ही दीखे

mohe sab ghat shyam hi dikhe मोहे सब घट श्याम ही दीखे


मोहे सब घट श्याम ही दीखे

सब घट श्याम ही दीखे

जित देखूँ उत श्याम ही दीखे

सागर की ये तरंग प्रभुजी

बोले राधे श्याम

नदिया की ये लहर प्रभुजी

गाये राधे श्याम

मोहे सब में श्याम ही दीखे

सब में श्याम ही दीखे

जित देखूँ उत श्याम ही दीखे ||१||

मोहे सब घट श्याम ही दीखे

बावरी बन मैं इत उत डोलूँ

निरखूं श्याम सलोना

श्याम नाम की पहर चुनरिया

श्याम ही श्याम पुकारूँ

सब में श्याम ही दीखे

सब में श्याम ही दीखे

जित देखूँ उत श्याम ही दीखे ||२||

नैन चकोर भये प्रभु मधु के

हर क्षण प्रभु संग लागें

देखन चाहें हर पल प्रभु को

सब में प्रभु को पाए

सब में श्याम ही दीखे

सब में श्याम ही दीखे

जित देखूँ उत श्याम ही दीखे ||३||

मोहे सब घट श्याम ही दीखे

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