लै लो लै लो बिहारी घनश्याम रे दही हमारो लेलो | le lo le lo bihari ghanshyam re dahi hamaro le lo
लै लो लै लो बिहारी घनश्याम रे दही हमारो लेलो
कोरी –कोरी कुलड़ी में दहियो जमा यो , पानी न गालियों एकबुन्द रे दही हमारो लेलो ||1||
कौन गाँव री तू है गुजरिया ,क्या है तुम्हारे नाम रे ||2||
बरसाने री मे हु गुजरिया , राधा हमारो नाम रे ||3||
तेरे दही का मोल क्या है , तेरी सूरत अनमोल रे ||4||
मेरी सूरत का नाम न लीजे , मेरा गुजर लठ्बाज रे ||5||
चन्द्र सखी भज बाल कृष्ण छवि , चरण कमल बलिहारी ||6||
लै लो लै लो बिहारी घनश्याम रे दही हमारो ले लो
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