बालाजी का दरबार है

छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना

कहते हैं लोग इसे राम का दीवाना।

राम-राम सिया राम, राम-राम सिया राम।।

पांवों में घुंघरू बांध के नाचे

रामजी का नाम इसे प्यारा लागे।

राम ने भी देखो इसे खूब पहचाना।।

छम छम …….

जहां-जहां कीर्तन होता श्रीराम का

लगता है पहरा वहां वीर हनुमान का।

राम की शरण में है इनका ठिकाना।।

छम छम …….

नाच-नाच देखो श्री राम को रिझाए

‘बनवारी’ रात दिन नाचता रह जाए।

भक्तों में भक्त बड़ा दुनिया ने माना।।

छम छम …….

Post a Comment

0 Comments