प्रभुजी थे कहां

प्रभुजी थे कहां/prabhuji-the-kaha


प्रभुजी थे कहां गया नेहड़ो लगाय।

छोड़ गया बिस्वास संगाती प्रेम की बाती बलाय॥

बिरह समंद में छोड़ गया छो हकी नाव चलाय।

मीरा के प्रभु कब रे मिलोगे तुम बिन रह्यो न जाय॥

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