तुम्हारे दर्शन की बेला | Tumhare Darshan ki bela bhajan in hindi Mp3

तुम्हारे दर्शन की बेला (Tumhare Darshan ki bela bhajan in hindi Mp3) 


तुम्हारे दर्शन की बेला, ये मौसम रास रचाने का।

लिए उल्लास की सांसें, समय मस्ती में जीने का।।

कभी साकार ओशो के अंग-संग होता था कीर्तन;

अब निराकार ओशो की नजर में जारी है धड़कन।

कभी नयनों से देखा था, बंद आंखों से अब दर्शन;

सुने थे तुम से मधुर वचन, अभी चलता है मौन श्रवण।।

तुम्हारी े आँखों की ज्योति जला गई जोत अंतस में;

तुम्हारी अमृत सी वाणी डुबा गई हम को अन हद में।

तुम्हारे सतरंगी चोले अरूप की झलक दिखाते हैं;

इशारे हाथों के प्यारे हरि का चांद दिखाते हैं।

सगुन में अटक रहें है भक्त, भटक ते निर्गुन में ज्ञानी;

मध्य में तुमने हमें सुनाई अनहद की अमृत वाणी।

तुम्हारे दर्शन में संतो का, प्रभु का होता है दर्शन;

तुम्हारी ओशो धारा में नहा नित होते हम पावन।

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