सांकाश्य अथवा 'संकश्या' एक बौद्ध धार्मिक स्थली है। यह 'बसंतपुर' (ज़िला एटा, उत्तर प्रदेश) में स्थित है। गौतम बुद्ध के जीवन से ही यह नगर प्रसिद्ध था। यहां अनेक स्तूप और विहार हैं। कहा जाता है कि इसी जगह भगवान बुद्ध ने स्त्रियों के लिए बौद्ध संघ के द्वार खोले थे। ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से इस जगह का विशेष महत्व है।
सांकाश्य का इतिहास
प्राचीन दंतकथाओं के अनुसार सांकाश्य में ही भगवान बुद्ध ने अवतार लिया था। पाली दंतकथाओं के अनुसार बुद्ध यहां स्वर्ग से उतरे थे और उनके साथ ब्रह्मा जी भी थे। इस घटना से संबंध होने के कारण बौद्ध सांकाश्य को पवित्र तीर्थ मानते। इसे भगवान बुद्ध के जीवन की चार आश्चर्यजनक घटनाओं में से एक माना जाता है।
सांकाश्य का वर्णन चीनी साहित्यकारों की रचनाओं में भी मिलता है। युवानच्वांग ने 7वीं शती में सांकाश्य में स्थित एक 70 फुट ऊँचे स्तम्भ का उल्लेख किया है, जिसे राजा अशोक ने बनवाया था। इसका रंग बैंगनी था। यह इतना चमकदार था कि जल से भीगा सा जान पड़ता था।
सांकाश्य का महत्व
भगवान बुद्ध के आने, उपदेश देने आदि के कारण सांकाश्य बेहद महत्वपूर्ण और धार्मिक स्थल माना जाता है।
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