दीनबन्धु दीनानाथ, मेरी तन हेरिये

दीनबन्धु दीनानाथ, मेरी तन हेरिये (Deenbandhu deenbandhu, meri tan heriye bhajan in hindi Mp3)


दीनबन्धु दीनानाथ, मेरी तन हेरिये ॥

भाई नाहिं, बन्धु नाहिं, कटुम-परिवार नाहिं ।

ऐसा कोई मीत नाहिं, जाके ढिंग जाइये ॥

खेती नाहिं, बारी नाहिं, बनिज ब्योपार नाहिं

ऐसो कोउ साहु नाहिं जासों कछू माँगिये ॥

कहत मलूकदास छोड़ि दे पराई आस,

रामधनी पाइकै अब काकी सरन जाइये ॥

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